India | Reported by: मनीष कुमार |मंगलवार जुलाई 9, 2019 10:39 AM IST बिहार के मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री नीतीश कुमार ने रेलवे में निजीकरण के खिलाफ हैं. हालांकि कि उन्होंने यह भी कहा है कि वह रेलवे की कुछ सेवाएं 'पब्लिक, प्राइवेट पार्टनरशिप' यानी पीपीपी मोड से भले ही शुरू की जाएं लेकिन नियंत्रण सरकार का होना चाहिए. नीतीश कुमार ने यह बात सोमवार को पटना में पत्रकारों से एक अनौपचारिक बातचीत में कही. उनके अनुसार भारतीय रेल राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है और आज़ादी के पूर्व से रेलवे ही देश को एकीकृत किया था. नीतीश कुमार का कहना था कि अंग्रेजों ने भले ही अपने हित के लिए भारत में रेलवे लाइन बिछाई लेकिन यह भी सच है कि स्वतंत्रता संग्राम हो या आज़ादी के बाद पूरे देश के लोगों को एक सूत्र में बांधने में वो चाहे दक्षिण से उत्तर के लोगों का रिश्ता हो या पश्चिम के लोगों का पूरब से या भारतीय रेल के कारण ही संभव हो पाया है.