Blogs | शैलेश चतुर्वेदी |सोमवार अगस्त 15, 2016 02:34 PM IST दत्तू और दीपा ने जो किया है, वह कभी नहीं भूला जाना चाहिए. गले में पदक भले ही न हो. लेकिन उन्होंने जो किया, वह कई मायनों में पदक जीतने से भी बड़ा काम है. उनकी कामयाबी की नींव पर इन खेलों में बुलंद इमारत बनाई जा सकती है. रियो के ज़ीरो में जो सबसे बड़े हीरो हैं, वह वाकई ये दोनों हैं.