Literature | Reported by: भाषा |रविवार अप्रैल 23, 2017 01:31 PM IST देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों और विचारकों ने राष्ट्रवाद की निंदा की और केंद्र सरकार पर देश में घृणा और नफरत फैलाने का आरोप लगाया. देहरादून में आयोजित एक साहित्य महोत्सव के आखिरी दिन एक ही विचारधारा से संबद्ध प्रतिष्ठित साहित्यकारों नयनतारा सहगल, नंदिता हक्सर, हर्ष मंदर और किरन नागरकर ने सार्वजनिक तौर पर राष्ट्रवाद को आड़े हाथों लिया.