Blogs | विनोद वर्मा |बुधवार दिसम्बर 14, 2016 06:30 PM IST चुनाव के समय, यानी 2014 में जब आपने कहा कि 'काला धन वापस न लाया तो मुझे फांसी चढ़ा देना' तो लोगों को लगा कि आप गंभीरता से कह रहे हैं. लोगों ने आपके हास्यबोध को नहीं पहचाना, लेकिन जब आपने नोटबंदी पर कहा, 'देशवासियो, मुझे 50 दिन की मोहलत दो, फिर जो सज़ा आप तय करोगे, मुझे मंज़ूर होगी...' तब साफ लगा, आप तो मज़ाक करने लगे हैं. प्रधानमंत्री पद का तनाव कम होने लगा है.