'निर्भया कांड के चार साल'

- 9 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: IANS, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार जनवरी 8, 2020 04:07 AM IST
    निर्भया कांड की बदौलत ही क्यों न सही, आज गुलाम और आजाद हिंदुस्तान में फांसी के इतिहास की किताबों के पीले पड़ चुके पन्नों को पलटकर पढ़ने का दिन है, क्योंकि आजाद भारत के करीब 72-73 साल पुराने इतिहास के पन्ने इस बात के गवाह हैं कि दिसंबर, 2012 में जमाने को झकझोर देने वाली हिंदुस्तान की राजधानी में घटी निर्भया हत्याकांड की घटना कोई आम घटना नहीं थी. अब मंगलवार 7 जनवरी, 2020 को जब दिल्ली की अदालत ने निर्भया के चारों हत्यारों की फांसी का वारंट जारी कर दिया. फांसी पर लटकाने की तारीख 22 जनवरी, 2020 और वक्त सुबह 7 बजे मुकर्रर कर दिया. जगह तय की गई है दिल्ली की तिहाड़ जेल नंबर-3 में मौजूद फांसीघर.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा |मंगलवार दिसम्बर 17, 2019 09:58 AM IST
    साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया रेप कांड में दोषी पाए गए अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका पर आज पर चीफ जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस आर बानुमति और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच सुनवाई करेगी. याचिका में अक्षय सिंह चार दोषियों में से एक है जिसने फांसी की सजा पर फिर विचार करने की याचिका दी है.
  • India | Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार दिसम्बर 7, 2019 06:27 PM IST
    सात साल बीत गए लेकिन निर्भया के घर वाले अब भी इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं. जिस केस को लेकर पूरे देश में गुस्सा था आखिर क्यों इस केस को अपने अंजाम तक पहुंचने में देरी हो रही है? महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर लोग सड़कों पर हैं, लेकिन सात साल से एक मां अपनी बेटी के हत्यारों और बलात्कारियों को सजा दिलवाने के लिए आज भी कड़ा संघर्ष कर रही है. निर्भया कांड को लेकर सात साल पहले पूरे देश में लोग सड़कों पर गुस्से में थे. उसी निर्भया को आज भी इंसाफ की दरकार है.
  • India | Edited by: अमन गुप्ता |शुक्रवार दिसम्बर 6, 2019 10:34 AM IST
    तेलंगाना में रेप कांड के शुक्रवार तड़के 3 बजे चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया है. इन चारों आरोपियों पर महिला वेटेरनरी डॉक्टर के साथ रेप का आरोप था. पुलिस का दावा है कि ये सभी आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे और इस दौरान पुलिस की ओर से हुई फायरिंग में सभी आरोपी मारे गए हैं. इस मामले पर प्रशासन और सरकार के प्रति खुशी जताते हुए पीड़िता के पिता ने कहा कि अब उनकी बेटी को शांति मिली होगी. वहीं 'निर्भया' की मां ने भी इस कदम की तारीफ की है और अपनी बेटी के केस में न्याय की मांग की. दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि कोर्ट को 6 महीने में फांसी पर लटका देना चाहिए. बता दें 28 नवंबर को इन चार आरोपियों की जिनकी उम्र 20 से 26 साल के बीच थी. महिला डॉक्टर को टोल बूथ पर स्कूटी पार्क करते देखा था. आरोप है कि इन लोगों ने जानबूझकर उसकी स्कूटी पंक्चर की थी. इसके बाद मदद करने के बहाने उसका एक सूनसान जगह पर लेकर गैंगरेप किया और बाद में पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया. इस घटना पर देश भर में लोगों ने गुस्सा जाहिर किया और बुधवार को पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
  • India | Edited by: प्रवीण प्रसाद सिंह |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 04:08 PM IST
    16 दिसंबर 2012 को दिल्‍ली में हुए निर्भया कांड को आज चार साल हो चुके हैं. इस जघन्‍य वारदात के बाद हुए तमाम विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार ने निर्भया एक्‍ट भी बनाया ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. निर्भया फंड भी बनाया गया ताकि पीड़ितों को कुछ राहत पहुंचाई जा सके. लेकिन आज उस घटना के चार साल बाद भी देश में सूरतेहाल नहीं बदले हैं.
  • Blogs | सुधीर जैन |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 09:28 AM IST
    निर्भया कांड की चौथी बरसी पर एक बार फिर पलटकर देखने का मौका है. उस वीभत्स, भयानक और घिनौने अपराध ने देश को इतना झकझोर दिया था. कानून तो तब भी हमारे पास पर्याप्त थे लेकिन उस मामले के बाद हमने अलग से कानून बनाने की कवायद भी की थी. कुछ ऐसी संजीदगी जताई गई थी जैसे आगे से महिलाओं पर जोरजुल्म पर रोक लग जाएगी. लेकिन रोज खबरें मिलती हैं कि महिलाओं के प्रति अपराध और अत्याचार की स्थिति आज भी ठीक नहीं है.
  • Blogs | विराग गुप्ता |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 09:20 AM IST
    निर्भया कांड के तुरंत बाद हमने मुख्य न्यायाधीश से मिलकर निवेदन किया कि सुप्रीम कोर्ट के 35 से अधिक फैसलों का केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रभावी पालन नहीं होता जो राष्ट्रीय समस्या है. निर्भया के बाद उपजे सोशल मीडिया के आंदोलन से कानून और सरकार तो बदल गए पर चार साल बाद भी व्यवस्था जस की तस क्यों है?
  • India | Written by: संदीप कुमार |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 08:59 AM IST
    16 दिसंबर 2014... इस तारीख को देश के इतिहास में कभी भुलाया नहीं जा सकता. चार साल पहले आज ही के दिन घटित इस घटना ने न सिर्फ देश, बल्कि दुनिया को भी हिलाकर रख दिया.
  • India | Edited by: अतुल चतुर्वेदी |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 10:10 AM IST
    चार साल पहले 16 दिसंबर, 2012 को दक्षिण दिल्‍ली के मुनीरका इलाके में एक लड़की अपने दोस्‍त के साथ बस स्‍टैंड पर सवारी का इंतजार कर रही थी. एक बस आकर रुकी. वे सवारी बस समझकर उस पर चढ़ गए.
और पढ़ें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com