India | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: नवीन कुमार |गुरुवार दिसम्बर 24, 2020 07:18 PM IST यहां कोई किसान गुड़ दे जाता है, जिसके पास दूध है वो दूध दे जाता है, चीनी आ जाती है...आप भी जो खाते है किसान ही पैदा करता है, अब किसान देता है, तो उसे आप फंडिग समझ लीजिए. हूजूर साहेब गुरुद्वारा, पीलीभीत के बाबा मोहन सिंह का कहना है, "हमने किसान मजदूर के लिए लंगर लगाया है, इससे पहले भुज में लगाया था, नेपाल में चावल भेजा था. ये हमारी सेवा है हमारा धर्म है."