India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार अप्रैल 4, 2018 07:49 AM IST फेक न्यूज को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की ओर से जारी गाइडलाइन और उसके तुरंत बाद पीएम मोदी द्वारा फैसले को वापस लेने के आदेश से राजनीति गरमा गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने मंगलवार को एनडीए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने जोर देकर कहा कि फेक न्यूज पर पत्रकारों को दंडित करने का फैसला मीडिया को दबाने का एक प्रयास था और आगे भी ऐसे प्रयास होते रहेंगे. बता दें कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जो आदेश जारी किया था, उसके मुताबिक, अगर कोई पत्रकार फ़ेक यानी फ़र्जी न्यूज़ लिखकर या प्रचार-प्रसार करता है, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. हालांकि, पीएम मोदी ने इस फैसले को पलट दिया.