India | Reported by: भाषा |रविवार मई 1, 2022 11:13 PM IST इन पुस्तकों को जालंधर के तीन अलग-अलग प्रकाशकों ने प्रकाशित किया है. इन पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय एक जांच समिति की एक रिपोर्ट के बाद लिया गया है.इस जांच समिति का गठन किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा की शिकायत के बाद किया गया था, जिन्होंने कहा था कि इन किताबों में कुछ टिप्पणियां हैं जो सिख इतिहास के अनुरूप नहीं हैं.