'प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना'

- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: भाषा |सोमवार जनवरी 8, 2024 11:56 PM IST
    पीएम मोदी ने कहा कि यात्रा शुरू होने के बाद से उज्ज्वला कनेक्शन के लिए 12 लाख नए आवेदन और सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि के लिए लाखों आवेदन प्राप्त हुए हैं.
  • Utility News | Written by: राजीव मिश्र |शुक्रवार जून 30, 2023 10:31 AM IST
    प्रधानमंत्री जीवनज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) योजना. प्रधानमंत्री जीवनज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) एक सरकारी जीवन बीमा योजना है जो भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाती है. यह योजना देशभर में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का उद्देश्य से इस योजना को लागू किया गया. इस योजना के तहत भारतीय नागरिकों को नियमित और निवेशित प्रीमियम दर पर जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाता है.
  • Business | Reported by: भाषा |गुरुवार अप्रैल 6, 2023 12:25 PM IST
    वित्त मंत्रालय ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, मुद्रा योजना समेत वित्तीय समावेशन से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के लिये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों की बैठक बुलायी है. बैठक वित्तीय सेवा सचिव की अध्यक्षता में 13 अप्रैल को होगी. सूत्रों के अनुसार, बैठक में स्टैंड-अप इंडिया और पीएम-स्वनिधि योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की जाएगी.
  • Utility News | Reported by: भाषा |मंगलवार फ़रवरी 22, 2022 02:16 PM IST
    LIC IPO Subscription : एलआईसी अपने शेयरों का एक बड़ा हिस्सा निवेशकों के लिए खोलेगी. इस आईपीओ में सब्सक्रिप्शन के लिए कंपनी एलआईसी के कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों को छूट भी देगी. लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक अगर आप प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के भी बीमाधारक हैं, तो आपको भी फायदा होगा. 
  • Business | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार मई 29, 2018 08:54 AM IST
    समय समय पर सरकार द्वारा ऐसी योजनाएं पेश की जाती हैं जिनका मकसद आम आदमी को राहत या सहयोग प्रदान करना होता है. ऐसी ही एक योजना है प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाय) जिसकी घोषणा पीएम नरेंद्र मोदी ने 9 मई 2015 को की थी.
  • Blogs | बुधवार मई 13, 2015 09:37 PM IST
    कई बार लगता है कि जीवन के बाद इस धरती पर कुछ बचा रहेगा तो वो है बीमा। इसलिए जीवन बचे न बचे बीमा बचाइये। हमारे आस पास तेज़ी से बदलाव हो रहा है। भले ही व्यापक रूप से इसके समर्थन या विरोध की राजनीतिक सक्रियता नज़र न आती हो लेकिन बीमा राजनीतिक शब्दावली में अपनी जगह बनाने लगा है।
  • Blogs | मंगलवार मई 12, 2015 09:39 PM IST
    रेडियो टीवी पर बीमा की शर्तों को दनदनाकर पढ़ते हुए सुनने से हमेशा लगता है कि बीमा तो बस ले लेने का मैटर है, समझने का चैप्टर नहीं है। शर्तें लागू को इस तरह से पढ़ा जाता है कि अगर दुर्घटना से बच भी गए तो इन शर्तों से मारे जाएंगे।
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