Blogs | Written by: Kranti Sambhav |बुधवार दिसम्बर 23, 2015 01:44 PM IST दरअसल धुआं छोड़ती लाखों गाड़ियां हर रोज़ इसलिए निकलती हैं क्योंकि मजबूरी है। जो शहर में 30-35 फ़ीसदी प्रदूषण की ज़िम्मेदार हैं। दिल्ली में सबसे ज़्यादा प्रदूषण सड़कों और कंसट्रक्शन से निकलने वाली धूल से होता है, फिर ट्रक और उसके बाद मोटरसाइकिल। कुल प्रदूषण में से 18-19 फ़ीसदी टू-व्हीलर्स की देन है।