'भारत अमेरिका रक्षा सौदा'

- 13 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: भाषा |बुधवार नवम्बर 17, 2021 03:07 AM IST
    भारत अमेरिका से 30 सशस्त्र ‘प्रीडेटर’ ड्रोन खरीदने के लिए लंबे समय से चल रहे प्रस्ताव को अंतिम रूप देने को तैयार है. तीनों सेनाओं के लिए खरीदे जाने वाले इन ड्रोन पर करीब 22,000 करोड़ रुपये (तीन अरब अमेरिकी डॉलर) का अनुमानित व्यय होगा. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों से लैस एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने के प्रस्ताव को रक्षा खरीद परिषद (DAC) द्वारा अगले कुछ हफ्तों में मंजूरी दिए जाने की संभावना है. उसके बाद प्रस्ताव सुरक्षा मामलों की प्रधानमंत्री नीत कैबिनेट कमेटी के सामने रखा जाएगा.
  • World | Reported by: भाषा |शनिवार जुलाई 17, 2021 11:01 AM IST
    MH-60R हेलीकॉप्टरों को कई उन्नत उपकरण और हथियारों से भी लैस किया जाएगा. रक्षा विभाग के अनुसार, इस सौदे से भारत की सतह रोधी और पनडुब्बी रोधी युद्धक अभियानों की क्षमताएं बढ़ेंगी.
  • World | Reported by: भाषा |मंगलवार जनवरी 5, 2021 09:19 AM IST
    भारत ने इस मिसाइल प्रणाली के लिए रूस को 2019 में 80 करोड डॉलर की पहली किश्त का भुगतान किया. एस-400 रूस की सबसे उन्नत लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के रूप में जानी जाती है. पिछले महीने रूस ने कहा था कि अमेरिकी पाबंदियों की धमकी के बावजूद एस-400 मिसाइल प्रणाली की पहले खेप की आपूर्ति समेत वर्तमान रक्षा सौदों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. 
  • India | Reported by: राजीव रंजन |बुधवार फ़रवरी 19, 2020 11:06 AM IST
    सूत्रों के अनुसार आज  सुबह 10.30 बजे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे पर होने वाले रक्षा सौदे को मंजूरी मिल सकती है. इस डील में नौसेना के लिए 24 MH-60 'रोमियो' Multi Mission Helicopters खरीद को मंजूरी मिल सकती है. बताया जा रहा है कि यह सौदा 2.6 बिलियन डॉलर का है.
  • India | Translated by: प्रभात उपाध्याय |शनिवार नवम्बर 17, 2018 01:38 PM IST
    भारत ने अमेरिका से 24 मल्टी रोल MH 60 रोमियो एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर की मांग की है. रक्षा उद्योग के सूत्रों ने कहा कि हेलीकॉप्टर की अनुमानित कीमत 2 बिलियन डॉलर है. विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को पिछले 1 दशक से इस खास हेलीकॉप्टर की जरूरत थी. पिछले दिनों सिंगापुर में सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस की सफल मुलाकात के बाद इस मामले से जुड़े लोगों ने कहा, 'कुछ महीनों में डील फाइनल होने की उम्मीद है'.
  • File Facts | भाषा |शुक्रवार अक्टूबर 5, 2018 11:22 PM IST
    अमेरिकी चेतावनी के बीच कई महीनों तक संतुलित रूप से आगे बढ़ने के बाद भारत ने रूस से एस-400 वायु रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए पांच अरब डॉलर के एक समझौते पर शुक्रवार को हस्ताक्षर किए. दरअसल, अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि रूस के साथ यह खास सौदा करने वाले राष्ट्रों के खिलाफ वह दंडात्मक प्रतिबंध लगाएगा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. हालांकि, नई दिल्ली ने काफी संयमित रुख दिखाया है. शायद, अमेरिका के साथ अपने बेदाग संबंधों को कायम रखने की कोशिश के तहत इसने ऐसा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन ने अपने - अपने संबद्ध प्रेस बयानों में एस-400 समझौते का जिक्र नहीं किया. सरकारी अधिकारियों ने भी इस समझौते पर हस्ताक्षर होने की सार्वजनिक घोषणा नहीं की. हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस पर रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी ने भारत की ओर से हस्ताक्षर किए हैं.
  • India | Reported by: विष्णु सोम, Translated by: नंदन सिंह |मंगलवार मई 29, 2018 05:59 AM IST
    अमेरिका ने यह संकेत दिया है कि उनके देश ने भारत को आर्म्ड ड्रोन MQ-9 और अन्य उच्च तकनीक वाले उपकरण बेचने का प्रस्ताव दिया है लेकिन, अगर S-400 की डील रूस के साथ होगी तो इसका असर पड़ेगा
  • India | Reported by: NDTV.com, Translated by: विवेक रस्तोगी |शुक्रवार जून 23, 2017 08:47 AM IST
    बताया जाता है कि यह सौदा लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर का होगा, तथा भारत की दृष्टि से इस सौदे को मंज़ूरी मिल जाना द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की अहम परीक्षा में कामयाब होना है, क्योंकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में फल-फूल रहे रिश्ते में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद से गर्मजोशी की कमी आई थी.
  • India | Reported by: भाषा |गुरुवार दिसम्बर 1, 2016 07:38 AM IST
    बोफोर्स घोटाले के बाद पैदा हुए गतिरोध को तोड़ते हुए भारत और अमेरिका ने 145 एम-777 हल्के होवित्जर तोपों की खरीद के लिए 5000 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किए. इन्हें चीन के साथ सीमा के निकट तैनात किया जाएगा.
  • India | Written by: विष्णु सोम |शनिवार अक्टूबर 22, 2016 08:06 AM IST
    अगर भारत ने अमेरिका द्वारा डिजाइन किए गए F-16 लड़ाकू विमान को खरीदा तो इसका स्‍पष्‍ट मतलब होगा कि पाकिस्‍तानी वायुसेना इस विमान के आधुनिक मॉडल को हासिल नहीं कर पाएगी. अमेरिका पिछले 33 वर्षों से F-16 का इस्‍तेमाल कर रहा है.
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