India | Reported by: मोहम्मद ग़ज़ाली, Edited by: आरिफ खान मंसूरी |बुधवार मार्च 10, 2021 12:21 PM IST हरियाणा विधानसभा में बुधवार को, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से भाजपा-जजपा सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया और अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इस पर चर्चा के लिए दो घंटे का समय निर्धारित किया है. प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद अध्यक्ष ने मंत्रिमंडल के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार किया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाले हरियाणा मंत्रिमंडल के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. विपक्षी दल कांग्रेस का दावा है कि सरकार का समर्थन करने वाले दो निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है. हालांकि, इस कदम को केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच सरकार को शर्मिंदा करने की योजना के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी के गठबंधन के साथ सरकार में मौजूद भाजपा का कहना है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. कांग्रेस के इस प्रस्ताव से जेजेपी पर दबाव देखा जा सकता है. कांग्रेस का कहना है कि इससे सामने आ जाएगा कि कौन-कौन से विधायक किसानों का समर्थन नहीं करते. जेजेपी के विधायकों ने कबूल किया है कि उनके निर्वाचन क्षेत्रों में किसान उनका बहिष्कार कर रहे हैं.