Faith | Written by: शिखा शर्मा |मंगलवार जून 6, 2017 09:01 AM IST मंगलवार को आने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है. हिन्दू धर्मग्रंथों के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का विधान है. यह हर माह की त्रयोदशी तिथि में संपन्न किया जाता है, जो कि शुक्ल और कृष्ण दोनों पक्षों में होता है. कहा जाता है इस व्रत को करने से लम्बे समय के कर्ज से मुक्ति मिलती है.