World | Reported by: AP |शुक्रवार मार्च 25, 2016 01:00 PM IST पोप फ्रांसिस ने मुस्लिम, रूढ़िवादी, हिंदू और कैथोलिक शरणार्थियों के पांव पखारे और चूमे। उन्होंने सभी को एक ही ईश्वर की संतान घोषित किया। उन्होंने भाईचारे की यह मिसाल ऐसे समय में दी है जब ब्रसेल्स हमलों के बाद मुस्लिम विरोधी और शरणार्थी विरोधी भावनाएं प्रबल हो रही हैं।