'राफेल विमान का सौदा'

- 75 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: नीता शर्मा, विष्णु सोम, Translated by: आनंद नायक |सोमवार नवम्बर 8, 2021 05:33 PM IST
    फ्रेंच विमान निर्माता कंपनी दसॉ (Dassault) ने भारत को 36 राफेल फाइटर जेट बेचने का सौदा हासिल करने के लिए मिडिलमैन (बिचौलिये) को करीब 7.5मिलियन यूरो (लगभग 650 मिलियन या 65 करोड़ रुपये ) का भुगतान किया और भारतीय एजेंसियां, दस्‍तावेज होने के बावजूद इसकी जांच करने में नाकाम रहीं. फ्रेंच पोर्टल 'Mediapart' ने अपनी नई रिपोर्ट में यह आरोप लगाया है.
  • India | Reported by: राजीव रंजन |बुधवार जनवरी 27, 2021 10:55 PM IST
    वायुसेना में आठ रफाल पहले ही शामिल हो चुके है. रफाल के पांच विमानों की पहली खेप पिछले साल 29 जुलाई  को और दूसरा 4 नवंबर को तीन रफाल भारत आई थी.  2017 में फ्रांस से भारत ने 36 रफाल खरीदने का सौदा 59000 करोड़ में किया था. 2023 तक सारे रफाल विमान देश मे आ जाएंगे.
  • India | Edited by: संज्ञा सिंह |गुरुवार सितम्बर 10, 2020 10:38 AM IST
    29 जुलाई को पहली खेप के तहत पांच राफेल विमान भारत लाए गए थे. भारत ने लगभग 4 साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया था. वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने कहा, कि राफेल विमानों को बल के 17वें स्क्वॉड्रन में शामिल करने से पहले उन्हें पानी की बौछारों से पारंपरिक सलामी दी जाएगी.
  • India | Written by: मानस मिश्रा |शुक्रवार जुलाई 31, 2020 03:25 PM IST
    भारत के पास राफेल फाइटर प्लेन आ जाने के बाद से पड़ोसी मुल्कों खासकर पाकिस्तान काफी परेशान है. वहीं लद्दाख में तरह-तरह की चालबाजियां कर रहे चीन ने अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेकिन पाकिस्तान इससे खासाा परेशान दिख रहा है और वह भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों में किए गए वादों को याद दिला रहा है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि राफेल के पास जो तकनीकी ताकत है उसका मुकाबला करने के लिए न तो चीन और न ही पाकिस्तान के पास ऐसा कोई विमान है. राफेल विमान अपनी ही सीमा पर रहकर कई सैकड़ो किलोमीटर दूर तक निशाना साध सकता है. उसमें लगने वाली हमर मिसाइल पहाड़ों में बंकर बनाकर छिपे दुश्मन को तबाह कर सकती हैं. लद्दाख, सियाचीन जहां चीन और पाकिस्तान की हमेशा नजरें रहती हैं, इन इलाकों के लिए राफेल विमान एक अचूक हथियार साबित होता दिख रहा है. काफी कम समय और भारत की जरूरतों के देखते हुए फ्रांस ने इन विमानों को भारत के लिए मुहैया करा दिया है. ये पूरा सौदा 36 विमानों के लिए हुआ जिसकी कुल कीमत 60 हजार करोड़ के आसपास है. हालांकि यह रक्षा सौदा भी विवादों से अछूता नहीं रह पाया है. 
  • India | Reported by: भाषा |गुरुवार जुलाई 30, 2020 10:58 AM IST
    राजग सरकार ने 23 सितंबर, 2016 को फ्रांस की एयरोस्पेस कंपनी दसाल्ट एविएशन के साथ 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था. इसके करीब चार साल बाद भारत को बुधवार को पांच राफेल लड़ाकू विमान मिले.
  • Assembly Elections 2019 | Edited by: Samarjeet Singh |सोमवार अक्टूबर 14, 2019 02:36 AM IST
    बैंक में हुए फर्जीवाड़े की वजह से लोगों के रकम निकालने पर सीमित पाबंदी लगायी गयी है. उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पूछा कि ऐसा लगता है कि राफेल सौदा अब भी भाजपा को परेशान कर रहा है, अगर नहीं तो राजनाथ सिंह पहला लड़ाकू विमान लेने के लिए फ्रांस क्यों गए? चांदिवली में मौजूदा कांग्रेस विधायक नसीम खान का मुकाबला शिवसेना के दिलीप लांडे से है.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार अप्रैल 15, 2019 05:14 PM IST
    राफेल (Rafale) पर घमासान अब भी जारी है. राफेल लड़ाकू विमान को लेकर कांग्रेस लगातार पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और बीजेपी सरकार (BJP Govt) पर हमलावर है. राफेल लड़ाकू विमान सौदा (Rafale Deal) केवल केंद्र सरकार के लिए ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एक गांव के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है.
  • Lok Sabha Elections 2019 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार अप्रैल 12, 2019 07:33 AM IST
    कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदा मामले में सर्वोच्च न्यायालय को गुमराह किए जाने को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि 23 मई को सत्ता में आने के बाद वह जेपीसी से इसकी जांच कराने का आदेश देगी.
  • Blogs | रवीश कुमार |गुरुवार फ़रवरी 14, 2019 12:21 AM IST
    आज गजब हो गया. राफेल पर सीएजी की रिपोर्ट तो आई, मगर सार्वजनिक होकर भी गोपनीय नज़र आई. अभी तक दि वायर और हिन्दी में गोपनीय रिपोर्ट सार्वजनिक हो रही थी मगर आज सार्वजनिक होकर भी रिपोर्ट के कई अंश गोपनीय नज़र आए. सीएजी ने यूरो और रुपये के आगे संख्या की जगह अंग्रेज़ी वर्णमाला के वर्म लिखे हैं. इस तरह रिपोर्ट पढ़ते हुए आपको ये तो दिखेगा कि मिलियन और बिलियन यूरो लिखा है मगर मिलियन के आगे जो कोड इस्तेमाल किए हैं उसे पढ़ने के लिए जग्गा जासूस को हायर करना पड़ेगा. आप पेज 120 और 121 पर जाकर देखिए. राफेल विमान कितने में खरीदा गया, कितने का प्रस्ताव था इनकी जगह जो संकेत चिन्ह लिखे गए हैं, उन्हें पढ़ने के लिए आईआईटी में एडमिशन लेकर फेल होना ज़रूरी है.
  • File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार फ़रवरी 13, 2019 01:15 PM IST
    राफेल डील पर बुधवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश की गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि एनडीए सरकार के दौरान हुआ राफेल लड़ाकू विमान का सौदा पूर्ववर्ती यूपीए सरकार द्वारा की गई डील की तुलना में सस्ता है. रिपोर्ट के मुताबिक एनडीए सरकार तहत हुआ राफेल सौदा पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के सौदे की तुलना में 2.86 फीसदी सस्ता है. सीएजी रिपोर्ट पेश होने के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा, ऐसा नहीं हो सकता कि सुप्रीम कोर्ट भी गलत हो, सीएजी भी गलत हो, सिर्फ परिवार ही सही हो. सत्यमेव जयते. सच्चाई की हमेशा जीत होती है.' वहीं बुधवार को कांग्रेस ने संसद के बाहर राफेल डील को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
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