'संतोष कुमार यादव'

- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: मनीष कुमार, Edited by: तिलकराज |शनिवार जून 17, 2023 03:33 PM IST
    हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपने पुत्र संतोष सुमन के राज्य मंत्रिमंडल से बाहर हो जाने का ठीकरा फोड़ा
  • India | Reported by: मनीष कुमार, Written by: नवीन कुमार |सोमवार नवम्बर 16, 2020 09:02 PM IST
    नीतीश के अलावा जनता दल-यूनाइटेड के कोटे से अशोक चौधरी, विजय चौधरी, मेवालाल चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव और शीला मंडल ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की जबकि बीजेपी के मंगल पांडेय, जीवेश मिश्रा, रामप्रीत पासवान, अमरेन्द्र प्रताप सिंह और रामसूरत राय ने शपथ ली है. इसके अलावा 'हम' से संतोष मांझी और वीआईपी से मुकेश मल्लाह ने शपथ ली. संतोष मांझी, बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे हैं.
  • Wrestling | आईएएनएस |बुधवार फ़रवरी 19, 2020 11:04 AM IST
    Sunil Kumar: सुनील ग्रीको रोमन में (Greco Roman Gold) स्वर्ण जीतने वाले तीसरे भारतीय बन गए हैं. रोम रैंकिंग सीरीज के रजत पदक विजेता सुनील ने फाइनल में किर्गिस्तान के अजत सलीदिनोचव को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से करारी शिकस्त देकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. सुनील को 2019 में फाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा था.
  • Bihar | भाषा |सोमवार दिसम्बर 9, 2019 03:46 AM IST
    पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की छात्र इकाई को मायूसी हाथ लगी जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को केवल महासचिव पद से ही संतोष करना पड़ा है.
  • File Facts | Written by: मनीष कुमार |रविवार अगस्त 27, 2017 09:28 PM IST
    राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने रविवार को पटना में एक विशाल रैली का आयोजन किया, जो लालू यादव के 90 के दशक में आयोजित गरीब रेला का रिकॉर्ड तो नहीं तोड़ पाई, लेकिन इस रैली में आई भीड़ का महत्व इसलिए बढ़ जाता है, क्योंकि अभी राज्य के 18 जिलों में लोग बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित हैं. रैली के बाद अगर लालू मुस्कुरा रहे हैं तो वहीं नीतीश के चेहरे पर परेशानी की लकीर देखने को नहीं मिल रही हैं. इसके पीछे के ये 10 अहम कारण हैं.
  • Blogs | Dharmendra Singh |मंगलवार जून 7, 2016 05:03 PM IST
    'धीरे-धीरे' की गति का उत्तरदायी कौन है। शायद अकेली कोई एक इकाई तो नहीं ही होगी। विश्लेषण आप करें। हमें इसका 'अधिकार' नहीं है। जो लिख दिया, वह भी जोखिम भरा है, पर मुकुल और संतोष के जोखिम के आगे तो नगण्य ही है।
  • Blogs | Ravish Kumar |शुक्रवार जून 3, 2016 09:26 PM IST
    सवाल है कि धरने पर बैठे इन लोगों का जवाहर बाग में इतना बड़ा तंत्र कैसे विकसित हो गया। किसके कहने पर अंदर गैस सिलेंडर की सप्लाई होने लगी। ट्यूब वेल किसके आदेश से लगा। किसके आदेश से बिजली की सप्लाई दी गई।
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