Blogs | रवीश कुमार |बुधवार फ़रवरी 8, 2017 12:36 AM IST मुरादाबाद की दीवारों पर लिखे नारों से सावधान. आपको भ्रम हो सकता है कि यहां मुकाबला सपा, बसपा और भाजपा के बीच नहीं है बल्कि गुप्त रोग का प्रकट इलाज करने वाले बादशाही दवाखाना और विलायती दवाखाना के बीच है. चुनाव आयोग ने दीवारों पर लिखे तमाम दलों के नारों को पुतवा दिया है. लिहाजा नेताओं से ज्यादा सेक्स समस्या को दूर करने वालों के घोषणापत्र लाल और नीली स्याही से लिखे नजर आते हैं. मुरादाबाद स्टेशन रोड की दीवारों से लगा कि सेक्स रोग महामारी की शक्ल ले चुका है या ये हो सकता है कि दवाखाना वाले ही महामारी बन चुके हैं.