India | Reported by: भाषा, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार नवम्बर 10, 2022 06:04 AM IST केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने कहा कि लंदन हाईकोर्ट में नीरव मोदी मामले की अंतिम सुनवाई के दौरान दो मनोरोग विशेषज्ञों की गवाही मोदी की खराब मनोवैज्ञानिक स्थिति के तर्क को खारिज करने में महत्वपूर्ण साबित हुई और इसके चलते फैसला भारत के पक्ष में आया. भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक से 6,805 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में वांछित है. मोदी ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ लंदन उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की थी, जिसे अदालत ने बुधवार को खारिज कर दिया.