Blogs | Dr Vijay Agrawal |सोमवार अप्रैल 11, 2016 04:23 PM IST मुझे जिस बात का सबसे ज़्यादा अंदेशा है, वह यह है कि कहीं धीरे-धीरे यह हैप्पीनेस मंत्रालय एक धार्मिक मंत्रालय न बन जाए। किसी नेता या अफसर को अचानक जब एक दिन यह ज्ञानोदय होगा कि 'आनंद को केवल धर्म के जरिये पाया जा सकता है', उस दिन क्या होगा, आप सोच सकते हैं।