दिल्ली में कांग्रेस अपनी गुटबाज़ी से निजात पाने की कोशिश में है. बुधवार को इसका एक सबूत तब मिला जब दिल्ली की पूर्व मुख़्यमंत्री शीला दीक्षित और कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और उन्होंने दिल्ली सरकार के तीन साल के कामकाज पर सवाल उठाए.
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