किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत खत्म हो गई है. किसानों द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद गुरुवार को लगभग 8 घंटे के आस पास मीटिंग चली. लेकिन ये बातचीत भी बेनतीजा रही. शनिवार को एक बार फिर बातचीत की जाएगी. मीटिंग के बाद किसानों ने दोहराया कि कानून रद्द होने चाहिए.
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