किसान आंदोलन (Farmers Protest) के शुक्रवार को 23 दिन हो गए हैं. पीएम मोदी के MSP को लेकर दिए गए बयान पर भाकियू (BKU) दोआबा के नेता मनजीत सिंह का कहना है कि ये कानून डब्ल्यूटीओ (WTO) के कहने पर पहले बने हुए थे. लेकिन इसे ऐक्ट का दर्जा नहीं दिया गया था. कृषि इससे चौपट हो जाएगी. किसानों को बहुमत के नाम पर दबाया जा रहा है. किसानों का आरोप है कि इन कानूनों (Farm Laws) के जरिये संविधान से छेड़छाड़ की जा रही है. किसानों का कहना है कि अगर सरकार लिखित में पेशकश करें तो वह अगले दिन सुबह वार्ता को तैयार हैं.
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