देस की बात: क्या तेल के दामों का मुद्दा भी बेरोजगारी के मुद्दे की तरह खत्म?
प्रकाशित: जून 22, 2020 06:00 PM IST | अवधि: 40:28
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लोग बिजली के बिल नहीं दे पा रहे हैं, लेकिन लोग पेट्रोल के दाम दे पा रहे हैं. अब यह देखिए कि पता ही नहीं चल रहा है कि दाम बढ़ा कौन रहा है. किस तरह से बढ़ रहे हैं. 16 दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते-बढ़ते डीजल और पेट्रोल अब दोनों कंधे से कंधा मिलाकर चलते नज़र आ रहे हैं. दोनों के दामों में कभी बहुत अंतर रहा करता था. मगर दोनों के बीच 71 पैसे का फासला दिल्ली के रेट के हिसाब से रह गया है. ये दाम 16 दिन से लगातार बढ़ रहे हैं. कई लोग कह रहे हैं कि मीडिया इन बातों को नहीं उठा रहा है. लीजिए उठा लेते हैं. अब क्या हो जाएगा. उठा लिए या ना उठा लिए. मगर कोई है अदृश्य शक्ति जो रोज आपकी बची हुई जेब का या जेब में बची हुई राशि का अपर लिमिट है, उसको टेस्ट कर रहा है.