प्रकाशित: दिसम्बर 13, 2020 08:00 PM IST | अवधि: 29:07
Share
कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध कायम है. आंदोलन (Farmers Protest) के 18 दिन हो चुके हैं, लेकिन किसान और सरकार दोनों अपने रुख पर अड़े हैं. दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर डटे किसानों का कहना है कि कृषि कानूनों (Farm laws)को वापस लिए बिना वह वापस नहीं जाएंगे. किसान और केंद्र के बीच 18 दिनों से बने गतिरोध पर किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा का कहना है कि फैसला केंद्र सरकार को लेना है. गेंद उनके पाले में हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को अनपढ़-गंवार बताने के साथ कई इल्जाम लगाए गए, लेकिन हम टस से मस नहीं होंगे. किसान एकजुट हैं. सरकार को बताना चाहिए कि कृषि कानून वापस लेने से क्या नुकसान है.