दीवाली के दूसरे दिन अब लगभग कई सालों से हम यही चर्चा करते हैं कि प्रदूषण और ज्यादा कितना बढ़ा. और इस साल कोरोना के गंभीर खतरे के बीच पटाखे बेचने और चलाने पर पूरी पाबंदी लगाई गई. बावजूद इसके दिल्ली-एनसीआर में खूब आतिशबाजी हुई और हवा जहरीली हो गई. हवा पहले से ही जहरीली थी इसमें कोई शक नहीं कि प्रदूषण बहुत था लेकिन उसमें किसी भी तरह का धुआं चाहे वो पराली का हो या फिर पटाखों को वो हवा की गुणवत्ता को बद से बदत्तर कर देता है. यानि की हवा और खराब हो जाती है.
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