राष्ट्रपति भवन : सिर्फ एक भव्य इमारत ही नहीं, परंपरा और इतिहास की भी साक्षी है ये
प्रकाशित: जुलाई 25, 2017 08:00 PM IST | अवधि: 17:46
Share
इन दीवारों ने अंग्रेजी राज की शान भी देखी, उसकी ढलान भी देखी. इन दीवारों ने देखा कैसे हुकूमतें धूल होती हैं. कैसे धूल से निकलते हैं नए नगीने. इन दीवारों ने नए भारत का बनना देखा. इन दीवारों ने सुनी देश के पहले राष्ट्रपति की आवाज़. ये राष्ट्रपति भवन है.