आखिर क्यों भारत में महिला को सुरक्षा को चुनावी मुद्दा नहीं बनाया जा सकता है. इसे मुद्दे के तौर पर देखने में आखिर किसी को परहेज कैसे हो सकता है. और देश में इस मुद्दे को कब चुनावी मुद्दा माना जाएगा. इस तरह के सवाल महिला सुरक्षा की चुनौती को सबके सामने लाते हैं.