चीन से मिली हार के बाद भारत किसी तरह से फिर उठ खड़े होने की कोशिश कर रहा था, लेकिन 1965 में जनरल अयूब खान और जुल्फिकार अली भुट्टो ने इस मौके का फायदा उठाने की नापाक कोशिश की।
Advertisement