इंसाफ की डगर पर : कानून के लिहाज से साल 2017 मील का पत्थर साबित हुआ
प्रकाशित: दिसम्बर 30, 2017 11:30 AM IST | अवधि: 16:31
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कैलेंडर बदलते रहते हैं, लेकिन कानून के लिहाज से साल 2017 एक मील के पत्थर की तरह हमेशा याद किया जाएगा. बात चाहे देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट की हो या फिर निचली अदालतों की. उनके ऐतिहासिक फैसले दिशा निदेशक के तौर पर देखे जाएंगे.