प्राइम टाइम इंट्रो : क्या हमारे चुनाव कैशलेस नहीं हो सकते?
प्रकाशित: दिसम्बर 20, 2016 09:00 PM IST | अवधि: 9:06
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राजनीतिक दलों की वित्तीय व्यवस्था कैसे पारदर्शी हो. कई साल से इसकी बहस चल रही है मगर कई साल से बहस चलकर दम तोड़ देती है. नोटबंदी और कैशलेस की तरह चंदे को लेकर रातों रात फैसले का ऐलान क्यों नहीं हो सकता है. कुछ कमी रह जाएगी तो नए नियम और बन जाएंगे.