देश भर की 6 प्रयोगशालाओं में जिनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट की व्यवस्था की है ताकि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की मौजूदगी का पता लगाया जा सके. ब्रिटेन से आने वाले वो यात्री जो पॉजिटिव पाए गए हैं उनके सैंपल इन प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे हैं. इनमें दो लैब CSIR की हैं. हमारी संवाददाता सुकीर्ति द्विवेदी ने सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर शेखर मांडे से बात की जिन्होंने बताया कि किसी सैंपल में म्यूटेंट स्ट्रेन है या नहीं, इस बात का पता लगाने में में 24 घंटे तक लग सकते हैं.
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