सादगी और संघर्ष की पहचान हैं ममता, कांग्रेस छोड़कर बनाई तृणमूल कांग्रेस
प्रकाशित: मई 19, 2016 08:08 AM IST | अवधि: 1:13
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सूती साड़ी, साधारण सी चप्पल, सादगी और संघर्ष उनकी पहचान है। उन्होंने सड़कों पर लाठी खाई, कोलकाता से दिल्ली तक, और अपनों से परायों तक से लड़ती रहीं। शुरुआत कांग्रेस से की, 1984 में संसद पहुंचीं, 1991 और 1996 में भी, लेकिन फिर कांग्रेस तोड़, तृणमूल कांग्रेस बना ली। 5 जनवरी 1955 को पैदा हुई ममता बनर्जी एनडीए में भी रहीं और यूपीए में भी, दोनों जगह रेल मंत्री बनीं, लेकिन उनके बागी तेवर बने रहे।