कश्मीर से बाहर रहने वाले कश्मीरी छात्र और निवासी हमें भी लिख रहे हैं कि वे अपने परिवारों से कब संपर्क कर पाएंगे, कम से कम सरकार लैंडलाइन की ही व्यवस्था कर देती. भारत के बाहर से भी लोग पूछ रहे हैं. लोकसभा में कश्मीर को लेकर बहस होती रही. कब तक कर्फ्यू जैसे हालात रहेंगे, किसी को पता नहीं. इस बारे में कोई ठोस जवाब नहीं मिला. महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तज़ा जावेद ने व्हाट्सऐप के ज़रिए अपना बयान भेजा है. इल्तज़ा जावेद ने कहा कि यहां कि स्थिति के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं है. कोई भी अपने घर से निकल नहीं सकता. उन्होंने कहा कि मेरी मां से भी मेरा संपर्क नहीं हो पा रहा है.
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