शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक बार फिर इशारों में बीजेपी पर हमला बोला गया है. उसमें लिखा गया है कि किस आधार पर, किसकी अनुमति से NDA में शिवसेना के नहीं होने की घोषणा की गई. हमें 'एनडीए' से निकालने वाले तुम कौन? घोषणा करने वाले को शिवसेना का 'मर्म' और NDA का कर्म-धर्म नहीं पता. NDA के जन्म और प्रसव पीड़ा को शिवसेना ने अनुभव किया है. भारतीय जनता पार्टी के बगल में भी कोई खड़ा नहीं होना चाहता था.
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