सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को ही टीवी रेटिंग रेस को लेकर कहा था, 'पहले पीत पत्रकारिता, फिर पेड न्यूज़, उसके बाद फेक न्यूज़ और अब टीवी रेटिंग पत्रकारिता हो गई है. इसके चक्कर में बड़े बड़े भले संस्थान आ गये हैं. पहले टैम प्राइवेट संस्था थी जो टीवी रेटिंग निकालती थी, फिर बार्क सेल्फ़ रेगुलेशन के लिये आई, लेकिन अब उसके संस्थापक ही उसका विरोध कर रहे हैं.'
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