135 साल पुरानी मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से जबलपुर तक बुधवार को नैरोगेज लाइन पर ट्रेन ने आख़िरी विदाई ली। इस यादगार सफर के सैकड़ों यात्री गवाह बने। जैसे ही ट्रेन पहुंची लोगों ने ट्रेन पर चढ़ने की होड़ लग गई। लोगों को इस बात की खुशी तो है कि बड़ी लाइन के लिए काम शुरू हो जाएगा लेकिन इस का दुख भी है कि उनकी प्यारी छुकछुक ट्रेन अब नज़र नहीं आएगी।
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