प्रकाशित: नवम्बर 19, 2015 11:14 PM IST | अवधि: 1:30
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दलितों पर राजनीति चाहे जितनी हो रही हो, समाज जैसे उनको उनकी जगह देने को तैयार नहीं है। इसकी दिल तोड़ने वाली कहानियां बार-बार आती हैं। ये कहानी कोलार की है जहां स्कूली बच्चों को दलित महिला का पकाया खाना खाना मंज़ूर नहीं है।