सवाल है कि जाति, मजहब और आरक्षण सरीखे पुराने मुद्दों को लेकर बिहार की नई पीढ़ी क्या सोचती है, जो मंडल कमंडल के बाद की दौर की है। जात धर्म आखिर बिहार की पोस्ट मंडल पीढ़ी के लिए क्या है।
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