प्रकाशित: दिसम्बर 14, 2015 11:15 PM IST | अवधि: 4:06
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रुपया कमज़ोर होता जा रहा है। वो अमेरिकी डॉलर से मुकाबला नहीं कर पा रहा है और अब दो साल में सबसे निचले स्तर पर आ चुका है। चुनाव के वक्त इस रुपये को लेकर काफी राजनीति होती थी। अब लगता है कि रुपये की कमज़ोरी से किसी को फर्क नहीं पड़ता।