विरोध की आवाज उठाना देशद्रोह नहीं, न्याय के बिना शांति की बात बेमानी : सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया
प्रकाशित: जनवरी 31, 2017 10:22 PM IST | अवधि: 11:01
Share
तमाम धमकियों के बावजूद सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया ने कहा है कि वो बस्तर नहीं छोड़ेंगी. बेला भाटिया समाज विज्ञानी और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं, जो छत्तीसगढ़ में काम कर रही हैं लेकिन कुछ स्वयंभू संगठनों ने उन पर नक्सली समर्थक होने का आरोप लगाते हुये बस्तर छोड़ने की मांग की तो विवाद खड़ा हो गया. एनडीटीवी इंडिया के हृदयेश जोशी ने बेला भाटिया से बात की और उनसे ये सवाल पूछा कि क्या वो नक्सलियों की हिंसा पर भी उसी तरह सवाल करती हैं जैसे वह अर्धसैनिक बलों और पुलिस की ज्यादतियों पर सवाल उठाती हैं. जवाब में बेला का कहना है कि वो हर तरह के मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ हैं.