सेल्फी से क्या किसी योजना को बढ़ावा मिलता है,उसकी सफलता सुनिश्चित होती है, क्या सेल्फी से प्रेरणा मिलती है,अगर इसका जवाब हां में होता तो आज हमारे देश में प्रेरणा की बाढ़ आ चुकी होती.हर लम्हे सोशल मीडिया पर अनगिनत तादाद में सेल्फी अपलोड होती रहती है.गुरु पूर्णिमा के दिन भारत के मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने एक वीडियो मेसेज जारी किया है और सेल्फी विद गुरु करने की बात की है.आप अपने गुरु के साथ सेल्फी खींचाएं और सोशल मीडिया पर अपलोड करें. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सेल्फी विद गुरु करें. तो कीजिए. क्या आपने किया. अपने गुरु के साथ सेल्फी ली और सोशल मीडिया पर कुछ लिखा.क्या आपके कॉलेज या यूनिवर्सिटी ने आपको ऐसा करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने अपने आदेश पत्र में यही निवेदन किया है कि अपने छात्रों को सेल्फी विद गुरु अभियान में भाग लेने के लिए प्रेरित करें.2016 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस ने सेल्फी विद ट्री अभियान चालू किया था. कहा था कि अधिकारी कर्मचारी पौधे लगाएं और सेल्फी खिंचा कर वन विभाग को कुछ शब्द लिखकर भेजें. इसमें से कुछ लोगों को लकी विनर चुना जाएगा.हम नहीं जानते कि 2016 में दो करोड़ पेड़ लगाए गए थे, उनमें से कितने लहलहा रहे हैं,जिन कर्मचारियों ने सेल्फी विद ट्री किया था,उन्होंने उस ट्री को कितना बचाया है.
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