रामजन्म भूमि- बाबरी मस्जिद विवाद में मध्यस्थता की कोशिशें नाकाम होने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में निर्णायक सुनवाई चल रही है. दो दिन सुनवाई हो चुकी है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की संविधान पीठ के सामने याचिकाकर्ताओं ने अपनी दलीलें रखनी शुरू कर दी हैं. इस मामले में आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि 30 सितंबर 2010 के इलाहाबाद हाइकोर्ट के फ़ैसले में 2.77 एकड़ की विवादित जगह को निर्मोही अखाड़ा, सुन्नी सेंट्रल वक्फ़ बोर्ड और रामलला विराजमान के बीच तीन हिस्सों में बांटा गया था. 2010 के इलाहाबाद हाइकोर्ट के फ़ैसले के खिलाफ चौदह अपील सुप्रीम कोर्ट में दायर है. सबसे पहले निर्मोही अखाड़ा की दलीलें सुनी जा रही हैं.
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