प्रकाशित: मार्च 26, 2019 09:00 PM IST | अवधि: 37:46
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लोकसभा चुनाव के इस माहौल एक तबका ऐसा भी है जो बीते कई सालों से सिर्फ अपनी जमीन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यह हाल है गाजियाबाद के मन्डौला गांव की. जहां किसान बीते ढाई साल से अपनी जमीन के मुआवजे के लिए दिन रात संघर्ष कर रह हैं. किसानों का कहना है कि हमारी जमीन 1998 में अधिग्रहण की गई. हम उस समय अपनी जमीन देने से मना कर रहे थे. हम बीते कई सालों से विरोध कर रहे हैं प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन हमारी आवाज कोई नहीं सुन रहा है.