रवीश कुमार का प्राइम टाइम: जम्मू कश्मीर को लेकर कोर्ट, सरकार और सियासत में घमासान
प्रकाशित: अगस्त 28, 2019 09:00 PM IST | अवधि: 35:32
Share
छोटी छोटी बातों को बड़ी बड़ी ख़बर बनाकर डिबेट करने के इस दौर में राजस्थान के उदयपुर से ख़बर है. यहां के मनवाखेड़ा में सीवर लाइन में काम कर रहे चार कर्मचारियों की मौत हो गई. कुछ दिन पहले की बात है उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में नई सीवर लाइन बिछाते हुए 5 लोगों की मौत हो गई थी. अनगिनत दुर्घटनाओं और उनकी रिपोर्टिंग के बाद भी इस मामले में कहीं कुछ ठोस होता नहीं दिखता है. सिस्टम संवेदनशीलता का नाटक भी नहीं करता है. ये हमारे सिस्टम की ख़ूबी है. वहीं दूसरी तरफ श्रीनगर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि छह महीने के भीतर कश्मीर में इतना विकास होगा कि उस पार का कश्मीर आहें भरेगा. 50 नए डिग्री कालेज खुलेंगे और 50,000 पद दो से तीन महीने में भरे जाएंगे. राज्यपाल मलिक ने बताया कि इंटरनेट की सेवा देर से बहाल होगी क्योंकि उसका इस्तेमाल आतंक के लिए हो रहा है. मोबाइल फोन के बारे में स्थिति के हिसाब से फैसला लिया जाता रहेगा और लैंड लाइन सेवा हर जगह बहाल कर दी गई है. नेताओं के जेल जाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर राज्यपाल मलिक ने कहा कि वे भी 30 बार जेल गए हैं. उन्होंने कहा कि हालात बेहतर होने की ज़िम्मेदारी लोगों पर है. उनका शहर है उनकी दुकानें हैं. हम उनकी खुशामद नहीं करेंगे. वो हमसे मदद मांगेंगे तो हम उपलब्ध कराएंगे. यही नहीं उन्होंने कहा कि जो 370 का हिमायती है उसे पब्लिक जूतों से मारेगी.