प्राइम टाइम: नामवर सिंह के निधन से हिंदी साहित्य के एक युग का अंत

  • 31:47
  • प्रकाशित: फ़रवरी 20, 2019
सिनेमा व्‍यू
Embed

हिंदी के शलाका पुरुष डॉ नामवर सिंह नहीं रहे. बीती रात 11 बज कर 50 मिनट पर उनका निधन हो गया. इस 26 जुलाई को 93 साल के हो जाते. यह एक भरी पूरी उम्र होती है. फिर उन्होंने एक भरा-पूरा जीवन जिया, इस जीवन में पूरा हिंदी समाज शामिल रहा, इसलिए उनके जाने को शोक का विषय मानना उनके समृद्ध भरे-पूरे जीवन का अपमान होगा. लेकिन उनको याद रखने की बहुत सारी वजहें हैं. आज के भागते-दौड़ते मीडिया के इस दौर में शायद कम लोगों को एहसास होगा कि नामवर सिंह ने हिंदी समाज के लिए, हिंदी साहित्य के लिए और हिंदी विचार के लिए कितना कुछ किया, समाज को कितना कुछ दिया.

संबंधित वीडियो

पूनम अरोड़ा सनातन संगीत संस्कृति पुरस्कार से सम्मानित
अक्टूबर 25, 2023 11 PM IST 0:52
हिंदी पत्रिका 'हंस' का वार्षिक साहित्योत्सव
अक्टूबर 27, 2022 11 PM IST 0:44
हिंदी के सबसे गंभीर आलोचक और साहित्यकार नामवर सिंह का निधन
फ़रवरी 20, 2019 08 AM IST 3:13
हिन्दी जगत का अलबेला नायक नामवर
मई 04, 2018 10 PM IST 18:19
हिंदी साहित्य जगत के शीर्ष व्यक्तित्व मुक्तिबोध के सौ साल
नवंबर 13, 2017 09 PM IST 3:09
मुकाबला : क्या हिंदी किताबों का बाजार बढ़ा है?
जून 24, 2017 08 PM IST 42:42
हम लोग : साहित्य अकादमी - सम्मान और सरोकार
दिसंबर 25, 2016 08 PM IST 34:43
हम लोग : जश्न-ए-अदब - जावेद अख्तर के साथ उर्दू शायरी और हिंदी सिनेमा पर बात
दिसंबर 18, 2016 08 PM IST 35:40
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination