NDTV Khabar

उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक से NDTV की खास मुलाकात

 Share

लेखक होना भी एक ज़िद से गुज़रने के जैसा है. कुछ भी हो जाए लिखते रहना है. साहित्य और लुगदी साहित्य को लेकर बहस में ऐसी कोई बात नहीं बची है जिसे अभी कहने की ज़रूरत है मगर इस बहस से दूर कोई लिखता रहा, हमारे लिए ये भी महत्वपूर्ण है. ओम प्रकाश शर्मा, वेद प्रकाश कांबोज, सुरेंद मोहन पाठक और वेद प्रकाश शर्मा की किताबें खूब बकी. रेलवे स्टेशन पर बिकने वाली किताबों के किंग कहलाए और लोगों ने भले ही छिपा कर पढ़ा मगर पढ़ा ज़रूर.



Advertisement

 
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com