प्रकाशित: फ़रवरी 27, 2015 09:00 PM IST | अवधि: 39:32
Share
2014-15 के आर्थिक सर्वेक्षण ने भारत के ऐसे बिंदु पर पहुंचने का एलान कर दिया है, जहां से यह दो अंको वाली विकास दर की ओर कदम बढ़ा सकता है। इससे न सिर्फ हर आंख से आंसू पोंछा जाएगा बल्कि युवा, मध्यमवर्गीय और महत्वकांझी भारत के लिए अवसर पैदा होंगे, जिससे वे असीमित क्षमता को साकार कर सकेंगे। तो अगर हम 7 प्रतिशत वाली जीडीपी हो चुके हैं तो क्या मुमकिन है कि अरुण जेटली के बजट में खुशियों की बौछार होने वाली है? देखें चर्चा प्राइम टाइम में...