प्राइम टाइम: संस्कृत को बढ़ावा देने के दावों की हकीकत
प्रकाशित: अक्टूबर 16, 2017 09:00 PM IST | अवधि: 37:43
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बनारस के संपूर्णानंद संस्कृत महाविद्यालय का भी हाल देखा, इमारत शानदार है, इतिहास शानदार है मगर वर्तनाम शर्मसार है. समस्या यह है कि जिनका संस्कृत से कोई लेना-देना नहीं है, वो संस्कृत के नारे लगा रहे हैं. जिनका संस्कृत से संबंध है, उनके नारों को कोई सुनने वाला नहीं है.