प्राइम टाइम : हम माफी, प्रायश्चित को इंसाफ क्यों नहीं मानते?
प्रकाशित: दिसम्बर 22, 2015 09:00 PM IST | अवधि: 42:26
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नया कानून जनभावना या चैनल भावना को संतुष्ठ करने के लिए बना है या वाकई इससे कोई इंसाफ होता है। किसका इंसाफ होता है। सारा ज़ोर सज़ा पर है, सुधार पर क्यों नहीं है। हम माफी, प्रायश्चित को इंसाफ़ क्यों नहीं मानते।