NDTV Khabar

प्राइम टाइम: शिक्षा हमारी प्राथमिकता में आख़िर कहां?

 Share

नेताओं के प्रेस कांफ्रेंस में जो मुद्दे सजाए जाते हैं वो अगली प्रेस कांफ्रेंस तक भी नहीं टिकते हैं. उनके बयानों के पीछे भागा जा सकता है बस यही कि अभी तक किसी ने इस बात की परवाह नहीं कि कॉलेजों की ख़राब हालत पर बोले. सबको पता है कि इस पर बोलने का मतलब है कि जवाबदेही स्वीकार करना कि कॉलेजों की हालत ऐसी क्यों है. चाहे जिसकी सरकार हो, चाहे कोई भी दल हो, शहर दर शहर कॉलेज जर्जर हो चुके हैं.



Advertisement

 
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com